अब इधर-उधर नहीं जाएंगे…आखिर बार-बार एक ही बात क्यों बोल रहे नीतीश कुमार? जेडीयू नेता ने खोल दिया राज!

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Bihar Politics: बिहार की राजनीतिक के तीन मुख्य रूप से तीन ध्रुव हैं-जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी… लेकिन केंद्र एक ही है.. …अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि वह अब एनडीए में ही बने रहेंगे, कहीं नहीं जाएंगे.सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि यह लोग गड़बड़ करते थे.इधर-उधर नहीं जाने वाले सीएम के बयान को लेकर जेडीयू नेता ने बताया कि क्यों करते हैं रीपीट.

धर्मेंद्र कुमार/पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया है कि वह अब कभी भी इधर-उधर नहीं जाएंगे और एनडीए के साथ ही रहेंगे. उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि, 2 बार हम गलती किए थे. सब दिन साथ थे खूब अच्छा काम किए थे. पार्टी गठन के साथ ही हमलोग भाजपा के साथ थे अब कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे, वो सब (लालू यादव की पार्टी आरजेडी) खूब गड़बड़ करता था. बता दें कि दो दिन पहले ही नीतीश कुमार ने इसी प्रकार का बयान दिया था और कहा था कि वह अब एनडीए के साथ ही बने रहेंगे. अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बार-बार नीतीश कुमार यह क्यों कह रहे हैं कि वह इधर-उधर नहीं जाएंगे. इस सवाल का जवाब भी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की ओर से आया है.

नीतीश कुमार के इधर उधर नहीं जाने वाले बयान पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बार-बार बिहार को याद दिलाना चाहते हैं कि नैसर्गिक स्वाभाविक गठबंधन बीजेपी के साथ जेडीयू का है. दो बार नीतीश कुमार जब उधर गए तो यह दोनों अनुभव स्वयं नीतीश कुमार के लिए अच्छे नहीं थे और राज्य के लिए भी इसे सराहा नहीं जा सकता. इसलिए कहा है कि कभी RJD के साथ नहीं जाएंगे.

बता दें कि नीतीश कुमार मत्स्य पालन के क्षेत्र में ड्रोन तकनीकी का उपयोग और प्रत्यक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा सहित विभाग के अधिकारी मौजूद थे. सैकड़ों की संख्या में बिहार के सभी जिलों से किसान भी पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने लाभुक किसानों को डम्मी चेक वितरण किया और यहीं पर फिर से इधर-उधर नहीं जाने का बयान दिया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ललन सिंह की ओर देखते हुए कहा ललन बाबू अच्छा बोल रहे थे. 2005 के पहले लोगों का धंधा कैसा खराब था. यहां पर कोई काम नहीं होता था. हर क्षेत्र के लोगों के लिए हमलोगों ने काम किया. कृषि, पशुपालन, मछलीपालन सब पर हमने ध्यान दिया. हिन्दू मुसलमान का झंझट खत्म कर दिया. बिहार मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर बन गया है. बाहर भी यहां की मछली भेजी जा रही है. प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं लगातार सहयोग दिया जा रहा है. 80 करोड़ की मदद 2022 से की गई है.

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