रूस-यूक्रेन जंग अभी नहीं होगी खत्म, जेलेंस्‍की के प्‍लान पर क‍िसने फेरा पानी? अमेरिका को जोर का झटका

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Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन जंग अभी खत्म नहीं होने वाली है. यूक्रेन को जब तक पूरी तरह से रूस तोड़ेगा नहीं, तब तक रू …अधिक पढ़ें

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नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन जंग में ढाई साल का नजारा तो अभी ट्रेलर था. ऐसा लग रहा है कि असल पिक्चर तो अब शुरू होने वाली है. दुनिया यूक्रेन जंग खत्म कराने में जुटी है. खुद जेलेंस्की चाहते हैं कि बातचीत से युद्ध का अंत हो. मगर हकीकत यह है कि अभी यह जंग लंबी चलेगी. जेलेंस्की के पास भले ही युद्ध खत्म करने का प्लान हो, मगर उसके प्लान पर रूस पानी फेरने को बेताब है. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के युद्ध खत्म करने के प्लान को क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति पुतिन का कार्यालय) ने बकवास है. पुतिन के दफ्तर ने साफ कह दिया है कि रूस यह लड़ाई अभी जारी रखेगा. बता दें कि फरवरी 2022 से ही रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है.

रूस ने अब जब जेलेंस्की के प्लान को बकवास बताकर खारिज कर दिया है. ऐसे में यह अमेरिका के लिए भी किसी बड़े झटके से कम नहीं है. खुद जेलेंस्की ने कहा था कि रूस-यूक्रेन जंग खत्म करने के लिए उनके पास एक प्लान है. बकौल जेलेंस्की, यह प्लान वह जो बाइडन, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप से शेयर करने वाले थे. मगर अब पुतिन के दफ्तर ने कहा कि जेलेंस्की युद्ध खत्म करने का जो प्लान बना रहे हैं, वह बकवास है. क्रेमलिन का कहना है कि रूस यूक्रेन में अपने ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ को जारी रखेगा.

जेलेंस्की के प्लान पर फिरा पानी?
दरअसल, जेलेंस्की ने एक दिन पहले ही बुधवार को कहा था कि उनके पास यूक्रेन जंग खत्म करने का प्लान है, जिसे वह जो बाइडन, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के सामने पेश करेंगे. हालांकि, उन्होंने इसकी डिटेल नहीं दी. जेलेंस्की ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन की तीन सप्ताह पहले वाली घुसपैठ उनके प्लान का हिस्सा था. उन्होंने कहा कि इसमें आर्थिक और कूटनीतिक मोर्चे पर भी कई कदम उठाए जाएंगे. जेलेंस्की चाहते हैं कि अमेरिका उनकी सेना को लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार दे, ताकि रूस के अंदर तक हमला किया जा सके. उनका कहना है कि इससे मॉस्को युद्ध खत्म करने को मजबूर हो जाएगा.

हमारी जंग जारी रहेगी: रूस
जब क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव से जेलेंस्की के प्लान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ये पहली बार नहीं है, जब हमने कीव सरकार की ओर से ऐसे बयान सुने हैं. हम कीव सरकार के इस रवैये से वाकिफ हैं. हम अपना स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं और अपने सभी लक्ष्यों को हासिल करेंगे.’ बता दें कि रूस इस समय 6 अगस्त को शुरू हुई यूक्रेनी घुसपैठ को रोकने में लगा हुआ है और पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में अपने आक्रमण को आगे बढ़ा रहा है.

भारत की बात मानेगा रूस?
दमित्री पेस्कोव ने यह भी कहा कि रूस शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर भारत के विचार का समर्थन करता है. मगर साथ ही कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि अभी बातचीत का कोई आधार नहीं है. बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा था कि उन्होंने एक फोन कॉल पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि वह यूक्रेन संकट के शुरुआती और शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं. इससे कुछ दिन पहले ही मोदी ने कीव में जेलेंस्की के साथ बातचीत की थी.

आखिर जेलेंस्की चाहते क्या हैं?
दरसल, जेलेंस्की अपनी शर्तों पर रूस को झुकाकर बातचीत के जरिए युद्ध खत्म करना चाहते हैं. जेलेंस्की के इस प्लान का मुख्य मकसद रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए मजबूर करना है. जेलेंस्की सितंबर में अमेरिका जाने वाले हैं, जहां वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेंगे. इसके इतर वह जो बाइडन, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे और अपने प्लान पर चर्चा करेंगे. हालांकि, रूस का बातचीत से इनकार करना अमेरिका के लिए भी झटका है. रूस के तेवर से लग रहा है कि जंग अभी खत्म नहीं होगी. माना जा रहा है कि यूक्रेनी अटैक से पुतिन तिलमिला गए हैं और अब इसका बदला लेने के लिए वह जंग को और नेक्स्ट लेवल पर ले जाना चाहते हैं.

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