Jharkhand News: अमन साहू के खास मयंक सिंह के खिलाफ कसा एटीएस का शिकंजा, प्रिंस खान की उल्टी गिनती शुरू

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Ranchi News: लॉरेंस बिश्नोई गैंग और इससे जुड़े गुर्गे झारखंड पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. खास तौर पर अमन साहू गैंग …अधिक पढ़ें

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रांची. झारखंड के दो मोस्ट वांटेड अपराधियों के खिलाफ अब झारखंड एटीएस निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है. इनके खिलाफ शिकंजे को और मजबूत करने में जुट गई है. दुबई में रह कर झारखंड ने आतंक का साम्राज्य चलाने वाले गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है. वहीं, मलेशिया में छिपे अमन साहू के गिरोह और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच कड़ी का काम करने वाला मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा के खिलाफ भी एटीएस ने शिकंजा कस दिया है. अब मयंक सिंह के रेड कॉर्नर नोटिस की बारी आ चुकी है.

इसे लेकर ही एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा ने बताया कि अमन साहू का गैंग का खास मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा वर्तमान में अमन साव गैंग को मलेशिया में बैठकर ऑपरेट कर रहा है. मलेशिया और भारत की प्रत्यर्पण संधि भी है जिस कारण अगर रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो जाती है तो सुनील की गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो जाएगा. बता दें कि अमन साहू गैंग लॉरेंस विश्नोई के साथ गठजोड़ हुआ है और इन दो गैंग को मिलाने में सुनील कुमार मीणा का अहम हाथ है. इस कारण अमन साहू गैंग का न सिर्फ झारखंड बल्कि छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में भी आतंक का साम्राज्य फैला चुका है. अमन साहू गैंग जहां मैन पावर की सप्लाई करता है तो वहीं लॉरेंस बिश्नोई गैंग अमन के गैंग के लिए अत्याधुनिक हथियार.

क्या है रेड कॉर्नर नोटिस
रेड कॉर्नर नोटिस वैसे अपराधियों के लिए जारी किया जाता है जो अपराध के बाद दूसरे देश में भाग जाते हैं. वैसे अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है. रेड कॉर्नर नोटिस की इंटरपोल के पास देश की जांच एजेंसी (संस्था के द्वारा) भेजा जाता है. इंटरपोल( इंटरनेशनल पुलिस) के रेड कॉर्नर नोटिस अपराधी के बारे में दिए गए तथ्यों की पड़ताल के बाद जारी की जाती है. इंटरपोल के के सदस्य दुनिया में 192 देश हैं और ये देश रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर सकते हैं.

प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू
वहीं, प्रिंस खान के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस और एक्सट्रेडिशन यानी प्रत्यर्पण की पूरी प्रोसेस कर दी गई है. इसी की वजह से प्रिंस के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. झारखंड एटीएस ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अनुसंशा की थी जिसे लेकर सीबीआई के द्वारा इंटरपोल को जानकारी साझा की गई और फिर इसपर इंटरपोल ने निर्णय लेते हुए प्रिंस खान पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है.

ये गैंग झारखंड के सिरदर्द
बता दें कि दोनों गैंग झारखंड के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. विदेश में बैठकर ये झारखंड में अपराध की वारदात को अपने गुर्गों के माध्यम से अंजाम देते हैं और अपने आतंक के दम पर व्यवसायियों से रंगदारी वसूली करते हैं. इस कारण कई बार व्यवसायी पलायन की बात तक कर चुके हैं. ऐसे में इनके खिलाफ हो रही कार्रवाई आतंक के इस साम्राज्य को जड़ से उखाड़ने में एक बड़ा कदम माना जा सकता है.

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