Maharashtra Chunav: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के भीतर रार छिड़ गया है. शिवसेना ठाकरे गुट और कांग्रेस में सीट बंटवा …अधिक पढ़ें
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उदय तिमांडे
नागपुर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना ठाकरे गुट बुरी तरह उलझती दिख रही है. उसके लिए ये उलझन कोई और नहीं बल्कि उसकी सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने पैदा की है. दरअसल, महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों कांग्रेस, शिवसेना ठाकरे गुट और एनसीपी शरद गुट के बीच 260 सीटों पर सहमति बन गई है, लेकिन बची हुईं 28 सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना ठाकरे गुट दोनों टस से मस नहीं हो रहे हैं.
शिवसेना ठाकरे गुट के नेता संजय राउत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के बीच जुबानी जंग चल रही है. संजय राउत ने दिल्ली में राज्य कांग्रेस की शिकायत की है. चर्चा है कि इसी बात को लेकर कांग्रेस ठाकरे गुट से नाराज है. जहां एक तरफ विवाद जारी है वहीं अब जानकारी सामने आ रही है कि नागपुर में कांग्रेस की गुप्त बैठकें चल रही हैं.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सांगली पैटर्न की चर्चा जोर-शोर से हुई थी. सांगली में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर एक असंतुष्ट उम्मीदवार ने बगावत कर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इस कारण शिवसेना कांग्रेस से नाराज बताई जा रही थी. यहां तक कि चुनाव जीतने के बाद निर्दलीय विशाल पाटिल ने फिर से कांग्रेस का दामने की बात कही. अगर नागपुर में ऐसा हुआ तो इस पर लगाम लगाने के लिए नागपुर में कांग्रेस की गुप्त बैठकें चल रही हैं. कांग्रेस पवार गुट को पूर्व नागपुर और ठाकरे गुट को दक्षिण नागपुर देने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रामक हो गए हैं.
नागपुर में बैठकें
इस बीच संजय राउत ने कहा है कि सीट बंटवारे को लेकर कोई नाराजगी और विवाद नहीं है. नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस का फैसला आलाकमान लेता है और रमेश चेन्निथला और शरद पवार की मुलाकात होने वाली है. किसी से बहस करने का सवाल ही नहीं उठता.
इस बीच शुक्रवार देर रात तक पूर्वी नागपुर, दक्षिण नागपुर विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठकें हुईं. पूर्वी नागपुर में शरद पवार गुट की ताकत नहीं, एक भी नगरसेवक नहीं. किसी भी सूरत में कांग्रेस नागपुर की छह सीटों में से एक भी सीट अपने सहयोगियों को छोड़ने को तैयार नहीं है. सीट शरद पवार गुट में गई तो सांगली पैटर्न और पदाधिकारियों के इस्तीफे को लेकर चर्चा हुई. इस बैठक में कांग्रेस नेता अभिजीत वंजारी और संगीता तलमले मौजूद थे. यदि दोनों निर्वाचन क्षेत्र ठाकरे समूह और शरद पवार समूह के पास जाते हैं, तो नागपुर में सांगली पैटर्न की संभावना है.