अभी तिरुपति मंदिर के प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलने का मामला शांत नहीं हुआ था कि प्रसादम का एक वीडियो वायरल हो रहा …अधिक पढ़ें
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सिद्धिविनायक मंदिर. आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरूपति बालाजी मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल पाए जाने के बाद देशभर में बवाल मचा है. इसकी खुलासा राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसकी खुलासा की हिंदू की आस्था से खिलवाड़ को लेकर के लोग आरोपी पर एक्शन लेने की बात कर रहे हैं. अभी यह मामला ठंडा नहीं हुआ कि मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद में चूहे के बच्चे का वीडियो वायरल हो गया. हालांकि, मंदिर प्रशासन ने वायरल वीडियो के दावे को खंडन कर दिया है.
मुंबई के प्रभादेवी में स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर देश में स्थित सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है. यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है. यह भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आते हैं. कई प्रसिद्ध व्यक्ति, अभिनेता, अभिनेत्री और बिजनेसमैन गणपति के दर्शन के लिए आते हैं. हर मंगलवार यहां तक कि संकष्टी चतुर्थी पर भी लाखों भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. मंदिर में पैदल आने वाले लोगों की संख्या भी बड़ी है. लेकिन वायरल वीडियो देख कर लोगों ने मंदिर प्रशासन पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं.
मंदिर प्रशासन ने क्या कहा?
सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और विधायक सदा सरवणकर ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस वीडियो में इस दावे को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो सिद्धिविनायक मंदिर का नहीं है. एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘जहां प्रसाद बनता है, वह जगह बहुत साफ-सुथरी होती है. हम परिसर को साफ-सुथरा रखने का भरसक प्रयास करते हैं. इस प्रसाद में घी और काजू का उपयोग मुंबई नगर निगम की लैब में परीक्षण के बाद ही किया जाता है. इसके लिए उपयोग किये जाने वाले पानी का परीक्षण भी किया जाता है. हम इस बात पर ध्यान देते हैं कि जो प्रसाद हम भक्तों को देते हैं, वह एकदम शुद्ध है या नहीं. पिछले दो दिनों से एक वीडियो वायरल हो रहा है. मुझे नहीं पता कि यह कौन सा है. लेकिन हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. लेकिन ये वीडियो सिद्धिविनायक मंदिर का नहीं है.’