सूरत में फिश प्लेट खुलने के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आने से रेलवे ने फैसला लिया है. कहीं और भी घटनाओं पर ‘सूरत …अधिक पढ़ें
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नई दिल्ली. रेलवे ट्रैक पर लोहा, सिलेंडर, गार्डर रखने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इन घटनाओं के पीछे शरातती तत्व हैं या साजिशन अंजाम दिया जा रहा है, रेलवे मामले की जांच कर रही है, लेकिन इसी दौरान सूरत में फिश प्लेट खुलने के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आने से रेलवे ने नए एंगल से भी जांच शुरू कर दी है. कहीं और भी धटनाओं के पीछे ‘सूरत मॉडल’ तो काम नहीं कर रहा है.
सूरत में फिश प्लेट खुलने के मामले में रेलवे कर्मचारी का हाथ सामने आया है. दरअसल कर्मचारी ने प्रमोशन पाने के इस घटना को अंजाम दिया था. रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार इस खुलासे के बाद से रेलवे पिछले दिनों हुई घटनाओं में नए एंगल से भी जांच शुरू कर दी है. इसके लिए घटना स्थल के आसपास के स्टेशनों के सीसीटीसी दोबारा से खंगाले जाएंगे. इसके साथ ही, लोकल इनपुट की भी मदद ली जाएंगी. क्योंकि इस तरह के मामले में सूरत के अलावा और कहीं भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
महाबोधि एक्सप्रेस में पत्थरबाजी
रेलवे ट्रैक पर अवरोध रखने के साथ ही महोबोधी एक्सप्रेस में पत्थरबाजी की घटना भी सामने आयी है. रेलवे मंत्रालय के अनुसार 23 सितंबर को ट्रेन नंबर 12397 महाबोधि एक्सप्रेस में मिर्जापुर स्टेशन में एंट्री करते ही गार्ड कोच पर दक्षिण दिशा की ओर पत्थरबाजी की घटना हुई है. हालांकि इस मामले में किसी के चोट नहीं आयी है. गार्ड मुस्ताक अहमद के अनुसार किलोमीटर संख्या 736/3 मिर्जापुर पत्थर फेंके गए. सूचना पर सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार, हेड कांस्टेबल गिरधर कुशवाहा के साथ मिर्जापुर माल गोदाम और यार्ड की जांच की गयी लेकिन कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नजर नहीं आया. मामले में धारा 153 147 रेलवे एक्ट सरकार बनाम अज्ञात का मामला दर्ज कर लिया गया है.