हाइलाइट्स
फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ट्रैवल एजेंट कर घर पर बदमाशों ने की छापेमारी.पुलिस ने गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
Oliver Fredrick/गोरखपुरः साल 2013 में आई फिल्म स्पेशल 26 अधिकांश लोगों को याद होगी, जिसमें अक्षय कुमार एक फर्जी सीबीआई की टीम बनाते हैं और पैसे वाले लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर सारा पैसा और सामान लेकर फरार हो जाते हैं. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से सामने आया है, जहां एक गैंग ने खुद को आयकर (आई-टी) अधिकारी बताते हुए गोरखपुर स्थित एक ट्रैवल एजेंट के घर पर छापा मारा. हालांकि, उनकी कोशिश तब नाकाम हो गई जब ट्रैवल एजेंट के दो मंजिला घर में रहने वाले एक पुलिसकर्मी को संदेह हुआ और उसने शोर मचा दिया.
पुलिस ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार
गोरखपुर पुलिस ने चार में से तीन जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक भागने में सफल रहा. पुलिस ने उनके कब्जे से एक फर्जी आईडी कार्ड, दिल्ली नंबर की एक कार और आयकर विभाग का बोर्ड लगी कार और कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं. गोरखपुर के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, ‘भजनलाल सिंघाड़िया उर्फ राम भजन मद्धेशिया की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हमने मामला दर्ज किया और तीन गिरफ्तारियां की हैं. पूछताछ के दौरान, जालसाजों ने इसी तरह के अन्य मामलों में अपनी संलिप्तता कबूल की है.’
छापेमारी की कहानी
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे चारों लोगों ने यूपी के गोरखपुर के कुसुम्ही बाजार इलाके में भजनलाल के घर पर धावा बोला. एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, ‘सादे कपड़ों में चारों लोग आयकर विभाग का बोर्ड लगी कार से उतरे और भजनलाल के घर की ओर भागे थे.’ परिवार के करीबी ने न्यूज18 को बताया, ‘उन्होंने भजनलाल को अपना आईडी कार्ड दिखाया. फिल्म की तरह ही, लोगों ने भजनलाल पर दबाव बनाने की कोशिश की. उनमें से एक ने परिवार के सभी सदस्यों को एक अलग कमरे में इकट्ठा करने की कोशिश की, जबकि दूसरे ने उनके मोबाइल फोन जब्त करने की कोशिश की और उनसे कहा कि वे कोई कॉल न करें. एक अन्य व्यक्ति ने भजनलाल से रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेज मांगे.’
जब किराएदार सिपाही पहुंचा तो हुआ शक
आगे घटनाक्रम बताते हुए पीड़ित ट्रैवल एजेंट ने कहा, “शुरुआत में, उन्होंने कहा कि विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठगने के लिए मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी. जब उन्हें बताया गया कि मेरे पास सिर्फ 5 लाख रुपये नकद हैं, तो वे नाराज हो गए और मुझसे और नकदी और कीमती सामान की व्यवस्था करने को कहा. यह सब चल ही रहा था कि तभी किराएदार सिपाही अनिल गुप्ता भजनलाल के यहां पहुंच गया. पूछताछ करने पर उसे संदेह हुआ और उसने स्थानीय पुलिस चौकी को सूचना दी. इसके तुरंत बाद पुलिस पहुंची और स्थिति बदल गई. शुरुआत में उन्होंने मामले को निपटाने के लिए कहा, हालांकि बाद में उन्होंने भागने की कोशिश की. गोरखपुर के एम्स पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने कहा, “लोगों ने तीन ठगों को पकड़ लिया.”
दिल्ली और नोएडा के रहने वाले हैं आरोपी
एसपी बिश्नोई ने कहा, ‘उनके दस्तावेज और आईडी कार्ड फर्जी पाए गए. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी राजेश, बिहार निवासी उजेंद्र पांडे और नोएडा खोड़ा कॉलोनी नवाजिश अली के रूप में हुई है. उनका कार्यालय दिल्ली में है.’