अमित जायसवाल, खंडवा. मध्य प्रदेश के खंडवा में 21 जून की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता 3.6 थी. भूकंप का केंद्र जमीन के 10 किमी की गहराई पर था. बता दें, यहां सुबह करीब 9:05 बजे धरती में हलचल हुई. लोगों को कहीं दूर से बम विस्फोट जैसी आवाज आई. साथ ही, धरती हिली और भूकंप के झटके लगे. ये झटके हाउसिंग बोर्ड एलआईजी कॉलोनी, कीर्ति नगर, नवकार नगर, गुलमोहर कॉलोनी, आनंद नगर, माता चौक आदि जगहों पर महसूस किए गए. स्थानीय लोगों ने इस बात की पुष्टि भी की है. जलेबी चौक गुलमोहर कॉलोनी के लोगों ने बताया कि जब वह चाय पी रहा था, तो कंपन से प्याला हाथ से छूट गया. इसी तरह कीर्ति नगर की एक महिला भी कंपन महसूस होने के बाद घर से बाहर निकल गई.
विशेषज्ञों के मुताबिक, 3.6 तीव्रता के इस भूकंप की गहराई 10 किमी और दूरी करीब 25 किमी थी. इसका केंद्र खंडवा के ही पंधाना क्षेत्र का जलकुआं बताया गया है. पंधाना वही क्षेत्र है, जो भूकंप और भू गर्भीय हलचल को लेकर पहले भी सुर्खियों में रहा है. वर्ष 1999 तक यहां लगातार भू गर्भीय हलचल बनी रहती थी. प्रशासन का पूरा ध्यान इस क्षेत्र पर रहता था. आज जब लोगों को कंपन महसूस हुआ तो लोग घरों से बाहर निकल आए. कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर भूकंप और कंपन ट्रेंड करने लगा.
कुछ दिनों पहले ही हिला था बैतूल
गौरतलब है कि, खंडवा से पहले 11 जून को बैतूल में भी भूकंप आया था. दोपहर को यहां ताप्ती नदी के किनारे कंपन हुआ था. यह कंपन इतना तेज था कि कुछ घरों की दीवारों में दरारें तक आ गईं थीं. धरती हिलते ही लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आए थे. लोग एक साथ बाहर आकर मैदान में इकट्ठे हो गए थे. उस वक्त लोगों का कहना था कि यहां कई बार धरती हिली है. इसकी शिकायत प्रशासन से भी की है. यहां हर वक्त यह खतरा बना रहता है कि कहीं कुछ हो न जाए
एमपी में इस जगह रह-रहकर होती हैं घटनाएं
ताप्ती नदी के किनारे ग्राम पंचायत सराड़ के मोड़ीढाना के लोगों ने बताया था कि गांव में कई घर सीमेंट से पक्के भी बनाए गए हैं. उन घरों की दीवारें भी चटक गई थीं. छतों पर डाली हुई सीमेंट की शीट तक गिर गई थीं. बता दें, बैतूल के इस इलाके में बार-बार रह-रहकर इस तरह की घटनाएं होती हैं. स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले की गंभीरता से जांच कराने के लिए कहा है, लेकिन कोई सुन नहीं रहा. इसकी जांच होनी बहुत जरूरी है, नहीं तो कभी भी कुछ भी हो सकता है.