EAM Jai Shankar News: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ कहा कि पाकिस्तान संग बातचीत का दौर खत्म हो चुका है और अब एक …अधिक पढ़ें
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नई दिल्ली: पाकिस्तान ने पीएम मोदी को एससीओ समिट के लिए न्योता दिया है. मगर भारत का स्टैंड क्लियर है- बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. यही वजह है कि न्योता के अगले ही दिन एस जयशंकर ने पाकिस्तान को कसके सुनाया है. एस जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ बातचीत और संबंधों पर दो टूक जवाब दिया और पाकिस्तान को दो टूक संदेश देते हुए कहा कि अब बातचीत का दौर खत्म हो गया है. एस जयशंकर ने कहा कि एक्शन्स के नतीजे होते हैं. उन्होंने पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड आतंकवाद का जिक्र करते हुए भारत के इस रुख को दोहराया कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बिना रोक-टोक के बातचीत का दौर खत्म किया है. पाकिस्तान के हर कदम का, चाहे वो सकारात्मक हो या नकारात्मक, हम उसी की भाषा में जवाब देंगे. जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कैसे आगे बढ़ेंगे ये इस पर निर्भर करता है कि आगे क्या होता है. साफ़ है कि उनका इशारा सीमा पार से होने वाले आतंकवाद की ओर था. बता दें कि पाक ने एक दिन पहले ही मोदी को औपचारिक रूप से न्योता दिया है. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी एससीओ समिट में नहीं जाएंगे.
‘हर एक्शन के होते हैं नतीजे’
एस जयशंकर ने शुक्रवार को दिल्ली में एक किताब विमोचन कार्यक्रम में कहा, ‘पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का दौर खत्म हो गया है. एक्शन्स के अपने नतीजे होते हैं. हर एक्शन का रिएक्शन होता है. जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, आर्टिकल 370 खत्म हो चुका है. ऐसे में सवाल ये है कि हम पाकिस्तान के साथ किस तरह के रिश्ते की उम्मीद कर सकते हैं…मैं इतना जरूर कहना चाहता हूं कि हम चुप नहीं बैठे हैं और घटनाक्रम चाहे सकारात्मक दिशा में जाए या नकारात्मक, हम हर तरह से जवाब देंगे…’
जयशंकर ने और क्या कहा?
इस कार्यक्रम के दौरान जयशंकर ने क्षेत्रीय प्रभाव को लेकर देश की आलोचनाओं का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश अक्सर भारत को तभी शामिल करना चाहते हैं जब उन्हें अपनी राजनीतिक जरूरतों को पूरा करना होता है. वहीं एक अलग कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी कैबिनेट के एक अन्य एनडीए मंत्री ने पाकिस्तान पर निशाना साधा और बातचीत की संभावना पर सवाल उठाए.
कश्मीर पर बौखलाया है पाक
बता दें कि भारत ने 5 अगस्त 2019 को संविधान के आर्टिकल 370 को हटा दिया था, जिसके तहत जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा दिया गया था. भारत के इस कदम से पाकिस्तान उसी वक्त से बौखलाया हुआ है. हालांकि, हकीकत तो यही है कि कश्मीर भारत का अंग है, था और रहेगा. बावजूद इसके पाकिस्तान रोना रोता रहता है.