Kolkata Case Latest Update:कोलकाता की सड़कों पर लोग राष्ट्रगान गाते हुए श्यामबाजार, एस्प्लेनेड, न्यू टाउन, जादवपुर 8बी …अधिक पढ़ें
संबंधित खबरें
- SC बोला काम पर लौटो, ममता ने 51 डॉक्टरों की एंट्री पर लगाया बैन, संदीप कनेक्शन
- संदीप घोष का एक और कांड! स्टूडेंट के प्राइवेट पार्ट छूकर पूछा- कैसा लग रहा
- काम पर लौटने से डॉक्टरों का इनकार, सुप्रीम कोर्ट के आदेश का क्या होगा?
- 27 मिनट का CCTV फुटेज, FIR में 14 घंटे देरी, ‘निर्ममता बनर्जी’ को शर्म नहीं आई
कोलकाता. कोलकाता आरजी कर अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले का एक महीना पूरा हो गया है. एक महीने बाद भी लोगों इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को कोलकाता की सड़कों पर लोग उतरे और ट्रेनी डॉक्टर को इंसाफ दिलाए जाने की मांग की. कोलकाता के लोगों ने ‘9-9-9’ नाम से हो रहे प्रदर्शन के तहत रैलियां निकालीं और सोमवार रात नौ बजते ही नौ मिनट के लिए इक्ट्ठा हुए.
कोलकाता की सड़कों पर लोग राष्ट्रगान गाते हुए श्यामबाजार, एस्प्लेनेड, न्यू टाउन, जादवपुर 8बी टर्मिनस के अलावा पड़ोसी शहर हावड़ा के बल्ली और मंदिरतला में नौ मिनट के लिए एकत्र हुए. यादवपुर की रैली में शामिल होने आई कॉलेज छात्रा उषाशी डे ने कहा कि हमने विरोध प्रदर्शन को प्रतीकात्मक रूप से ‘9-9-9’ नाम दिया है. हमारी बहन पर ठीक एक महीने पहले नौ अगस्त को क्रूर हमला हुआ था. हम केवल उसके लिए न्याय चाहते हैं. प्रदर्शनकारियों ने नौ मिनट तक मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू कीं और दोषियों को सजा देने की मांग करते हुए नारे लगाए.
क्या सीजेआई के आदेश के बाद काम पर लौटेंगे डॉक्टर
सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सभी डॉक्टरों से मंगलवार शाम 5 बजे तक काम पर लौटने को कहा था. इतना ही नहीं उन्होंने कहा था अगर डॉक्टर काम पर लौटते हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं होगा. पर सीनियर डॉक्टरों ने सोमवार शाम को कहा कि मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौटने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद वे काम नहीं करेंगे. प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक (डीएचई) के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वे मंगलवार दोपहर को साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ तक एक रैली भी निकालेंगे.
जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, काम पर नहीं लौटेंगे
एक प्रदर्शनकारी चिकित्सक ने यहां अपने शासी निकाय की एक बैठक के बाद कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और मृतका को न्याय नहीं मिला है. हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे और काम पर नहीं लौटेंगे. हम चाहते हैं कि स्वास्थ्य सचिव और डीएचई इस्तीफा दें। हम कल दोपहर को स्वास्थ्य भवन तक रैली निकालेंगे. जूनियर डॉक्टर पिछले करीब एक महीने से काम पर नहीं लौटे हैं. इससे पहले, चिकित्सकों को काम पर तत्काल लौटने का निर्देश देते हुए सोमवार को कहा कि विरोध प्रदर्शन कर्तव्य की कीमत पर नहीं किया जा सकता.
क्या कहा था सीजेआई ने?
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का निर्देश दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि अगर वे काम पर लौटते हैं, तो उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की प्रशिक्षु परास्नातक चिकित्सक के साथ कथित रूप से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
महिला चिकित्सक का शव नौ अगस्त को सेमिनार हॉल में मिला था। कोलकाता पुलिस ने अगले दिन इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था.