रखा जाता, रांची में बेरोजगारों के हनी ट्रैप का खुलासा
Ranchi News: राजधानी में इन दिनों बेरोजगारों को हनी ट्रैप में फंसाया जा रहा है. इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब परिजन अपने ब …अधिक पढ़ें
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हाइलाइट्स
पहले सोशल मीडिया से दोस्ती फिर फोन पर बातों का सिलसिला और उसके बाद ठगी.रांची में बेरोजगारों को हनी ट्रैप में फंसाकर किया जाता फ्रॉड, पुदांग ओपी में मामला दर्ज.
रांची. झारखंड की राजधानी रांची के पुंदाग ओपी इलाके में इनदिनों डायरेक्ट मार्केटिंग कंपनी के नाम पर ठगी का गोरखधंधा चल रहा है जिसे लेकर पुंदाग ओपी में मामला दर्ज कराया गया है. इस मामले में जो जानकारी अबतक सामने आई है इसके अनुसार, इस तरह की कंपनियों में ग्रामीण और सुदूर इलाके के लड़कों और लड़कियों को ट्रैप किया जाता है. पहले लड़कियों के जरिये लड़कों से सोशल मीडिया में फेक आईडी के जरिये संपर्क साधा जाता है और फिर दोस्ती का सिलसिला शुरू कर मोबाइल नंबर लिया जाता है. इसके बाद फिर लड़कियों बेरोजगार युवाओं को सुनहरे सब्जबाग दिखाकर रोजगार दिए जाने की बात कहती है. लड़कियों के इन्हीं बातों में आकर बेरोजगार लड़के ठगी का शिकार हो रहे हैं.
मामले में पीड़िता शिवानी, नीतू और निभा ने बताया कि अगर लड़के कही छोटी-मोटी नौकरी भी कर रहे हैं तो उन्हें इस कंपनी के बारे में काफी बड़ी-बड़ी बातें बताई जाती हैं. कन्विंस करते हुए कहा जाता है कि अगर वे इस कंपनी में जुड़ जाएं तो उनका भविष्य काफी सुनहरा हो जाएगा. लड़कियों की इन्हीं बातों में आकर बेरोजगार लड़के जाल में फंस जाते हैं और ठगी का शिकार होकर अपना सबकुछ गंवा बैठते हैं.
अपनी शिकायत लेकर रांची के पुदांग पहुंचे हनी ट्रैप में फंसे बेरोजगार लड़के और लड़कियां.
वहीं, इसके साथ ही जो युवक इस डायरेक्ट मार्केटिंग के झांसे में आकर उनके साथ जुड़ते, उन्हें भी ट्रेनिंग दी जाती. इसके बाद उनके माध्यम से भी उनके परिचितों को इस कंपनी में जोड़ा जाता. प्रति कैंडिडेट से 22 हजार रुपए वसूले जाते हैं. एक बार जो इसके ट्रैप में आ गया वो न तो अपने घर जा सकता है और न ही अपने घरवालों से फोन पर ज्यादा बात कर सकता है. वहीं, रात में कमरे में ताला बंद कर लड़कों और लड़कियों को रखा जाता था.
बहरहाल, मामले में पुंदाग ओपी में मामला दर्ज हो गया है और मामले का अनुसंधान किया जा रहा है. बता दें कि युवकों और युवतियों की ट्रेनिंग न सिर्फ क्लासरूम में होती है, बल्कि खुले मैदान में भी इन्हे ट्रेनिंग दी जाती है. इस कंपनी में जुड़े लड़के लड़कियां रांची के नहीं हैं, बल्कि दूसरे राज्यों और जिलों के भी हैं. देखना होगा पुलिस की जांच के बाद मामले में क्या कुछ निकल पाता है.