Bangladesh-India: भारत-बांग्लादेश के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है. रविवार को बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया है. बांग्लादेश ने दोनों देशों की सीमा पर बीएसएफ द्वारा बनाए जा रहे बाड़ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उसने इसे दोनों…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बांग्लादेश ने सीमा पर बाड़ लगाने पर टेंशन जताई है.
- बांग्लादेश का आरोप है कि भारत द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन कर रहा है.
- भारत का कहना है कि बाड़ सीमा पार से अवैध घुसपैठ रोकने के लिए है.
‘आप दोस्त बदल सकते हैं, पड़ोसी नहीं’- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ये लाइन 2003 में की कही थी. संसद में कही गई उनकी लाइन आज भी सटीक बैठती है. आजादी के बाद से भारत लगातार अपने पड़ोसी देशों से सीमा विवाद पर उलझा है. भारत पहले से ही सीमा को लेकर पाकिस्तान और चीन उलझा हुआ है. अब बांग्लादेश अलग से टेंशन दे रहा है. इसका ताजा उदाहरण बांग्लादेश विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीय उच्चायुक्त को रविवार को तलब करना.
बांग्लादेश-भारत सीमा पर बाड़े के निर्माण को लेकर दोनों देशों में विवाद उपजा है. भारत उस पार से लगातार हो रहे घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर बाड़ का बना रहा है, लेकिन न केवल सीमा पर बने गांव बल्कि बांग्लादेशी सरकार की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है. बांग्लादेश ने रविवार को भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया था. इसके बाद से तो भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में खटास साफ नजर आ रही है. रिश्तों की ये खटास शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद से उपजी है.
यहां से बिगड़ा खेल
पिछले साल 5 अगस्त को बांग्लादेश से पदस्थापित होने के बाद से पूर्व पीएम शेख हसीना भारत में रह रही हैं. उनके बाद बांग्लादेश में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मो. यूनुस की अंतरिम सरकार बनी. यूनुस के सत्ता आने के बाद से बांग्लादेश में भारत विरोधी लहर बनी हुई है. बांग्लादेश लगातार भारत से शेख हसीना को डिपोर्ट करने की मांग कर रहा है. तो उधर भारत के कट्टर दुश्मन पाकिस्तान से प्यार वाली बातें चल रही हैं.