मोदी सरकार के दो दूत ने कर दिया काम? 130 द‍िन से ज‍िद पर अड़े डल्‍लेवाल का अनशन खत्‍म, किसान आंदोलन का होगा क्‍या?

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Jagjit Singh Dallewal Fast End: किसान आंदोलन के अगुआ जगजीत सिंह डल्‍लेवाल ने अनशन तोड़ दिया है. केंद्र के साथ ही पंजाब की मान सरकार ने भी इससे राहत की सांस ली है. पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने डल्‍लेवाल के हेल्‍थ …और पढ़ें

मोदी सरकार के दो दूत ने कर दिया काम? डल्‍लेवाल ने 130 दिन बाद तोड़ा अनशन

हाइलाइट्स

  • किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल ने 130 दिन के बाद अनशन तोड़ा
  • मोदी सरकार ने अपने दो मंत्रियों को डल्‍लेवाल को मनाने में लगाया था
  • डल्‍लेवाल के अनशन का मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा गया था

चंडीगढ़. किसान आंदोलन के लिहाज से 6 अप्रैल 2025 का दिन काफी अहम रहा. किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल ने 130 दिन के बाद अपना अनशन तोड़ दिया है. डल्‍लेवाल ने MSP (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) को लीगल गारंटी देने समेत अन्‍य मांगों को लेकर 26 नवंबर 2024 को अनशन शुरू किया था. उनके आमरण अनशन का मसला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. शीर्ष अदालत ने पंजाब सरकार को स्‍पष्‍ट शब्‍दों में निर्देश दिया था कि डल्‍लेवाल के हेल्‍थ का पूरी तरह से ख्‍याल रखा जाए. दूसरी तरफ, केंद्र की मोदी सरकार ने डल्‍लेवाल को अनशन समाप्‍त करने के लिए मनाने को लेकर दो केंद्रीय मंत्रियों को मिशन पर लगाया था. मोदी सरकार के ये दोनों दूत डल्‍लेवाल को मनाने में लगातार जुटे रहे और आखिरकार अपना काम पूरा कर दिया. डल्‍लेवाल के अनशन खत्‍ करने के साथ ही एक और सवाल पैदा हो गया है कि अब किसान आंदोलन का क्‍या होगा?

अनशन न तोड़ने की जिद पर अड़े किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल को मनाने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और रेल राज्‍यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लगातार प्रयासरत थे. उन्‍होंने डल्‍लेवाल से अपना अनशन तोड़ने की अपील की थी. इसके बाद डल्‍लेवाल आखिरकार 130 दिन के बाद रविवार 6 अप्रैल 2025 को अनशन तोड़ने का ऐलान कर दिया. यह घटनाक्रम पंजाब पुलिस द्वारा आंदोलनकारी किसानों पर कार्रवाई करने के एक पखवाड़े से भी अधिक समय बाद सामने आया है. पुलिस ने मोहाली में आंदोलनकारी किसान नेताओं को हिरासत में लिया था, जब वे चंडीगढ़ में कृषि मंत्री चौहान के नेतृत्व में एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक से लौट रहे थे. 19 मार्च की बैठक किसानों की मांगों खासकर एमएसपी गारंटी पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी. पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटा दिया. पुलिस ने अस्थाई ढांचों को भी हटा दिया, जहां धरना दिया जा रहा था.

मोदी सरकार के दूत की अपील का असर
मोदी सरकार के दूत शिवराज सिंह चौहान और रवनीत बिट्टू का प्रयास आखिरकार रंग लाया. बता दें कि शनिवार 5 अप्रैल 2025 को केंद्रीय मंत्री चौहान ने डल्लेवाल से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की थी. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा था, ‘भारत सरकार के प्रतिनिधियों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच उनकी मांगों को लेकर चल रही बातचीत जारी है. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अब अस्पताल से वापस आ गए हैं और हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. हम उनसे भूख हड़ताल खत्म करने का भी अनुरोध करते हैं और हम पहले से तय तारीख के अनुसार 4 मई को सुबह 11 बजे किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे.’ शनिवार को ही केंद्रीय मंत्री बिट्टू ने भी ऐसी ही अपील की थी. इसके बाद डल्‍लेवाल ने अब रविवार को अपना अनशन खत्‍म करने का ऐलान किया.

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किसान आंदोलन का क्‍या होगा?
डल्‍लेवाल के अनशन तोड़ने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसान आंदोलन का आगे का रास्‍ता क्‍या होगा? डल्लेवाल ने पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के सरहिंद में अनाज मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में घोषणा की कि वह अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी और अन्य मांगों के लिए उनकी लड़ाई जारी है. आप सभी ने मुझसे कहा है कि आमरण अनशन समाप्त कर दें. मेरे लिए संगत ही रब दा रूप है. आंदोलन को जिस तरह से मैंने कहा था, उसके लिए मैं आपका ऋणी हूं. मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं. मोर्चा जारी है. आज भी मैं अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त नहीं करना चाहता, लेकिन आपने मुझसे बार-बार कहा है और मैं इसका सम्मान करता हूं, लेकिन मैं आपसे पूछना चाहता हूं और आश्वासन चाहता हूं कि हमें और मजबूत मोर्चा बनाना होगा. लड़ाई जारी है.

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