अन्नामलाई का अब क्या होगा, तमिलनाडु से सीधे दिल्‍ली करेंगे कूच! सरकार या फिर संगठन, कहां होगा नया ठिकाना?

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K Annamalai News: BJP के तेज तर्रार युवा नेताओं में शुमार तमिलनाडु के पूर्व अध्‍यक्ष के. अन्‍नामलाई लगातार खबरों में बने हुए हैं. सबके मन में एक ही सवाल है कि अब अन्‍नामलाई का अगला पड़ाव कहां होगा?

अन्नामलाई का अब क्या होगा, सरकार या फिर संगठन, कहां होगा नया ठिकाना?

हाइलाइट्स

  • अन्नामलाई का अब क्या होगा, तमिलनाडु से सीधे दिल्‍ली करेंगे कूच!
  • पार्टी अन्‍नामलाई को क्‍या जिम्‍मेदारी देगी, अभी तक क्लियर नहीं
  • केंद्र सरकार में शामिल होने से लेकर संगठन तक में जाने की बात

नई दिल्‍ली/चेन्‍नई. तमिलनाडु भाजपा में नेतृत्‍व परिवर्तन हो चुका है. के. अन्‍नामलाई की प्रदेश अध्‍यक्ष के पद से विदाई हो गई है और नैनार नागेंद्रन को तमिलनाडु की जिम्‍मेदारी दी गई है. अन्‍नामलाई पिछले तकरीबन 4 सालों से तमिलनाडु में बीजेपी का नेतृत्‍व कर रहे थे. अब सवाल उठता है कि अन्‍नामलाई का अगला पड़ाव कहां होगा? वह केंद्र सरकार में शामिल होंगे या फिर नेशनल लेवल पर पार्टी संगठन का काम देखेंगे? अभी औपचारिक तौर पर यह तय नहीं किया गया है, लेकिन बीजेपी के सीनियर लीडर और देश के गृह मंत्री के बयान से अन्‍नमलाई के भविष्‍य की राजनीति के बारे में झलक मिलती है. अमित शाह ने X पर एक पोस्‍ट शेयर कर कहा कि पार्टी राष्‍ट्रीय स्‍तर पर अन्‍नमलाई के संगठनात्‍मक कौशल का लाभ लेगी. इस तरह यह कुछ हद तक तो स्‍पष्‍ट है कि अन्‍नमलाई का अगला पड़ाव चेन्‍नई के बजाय अब नई दिल्‍ली हो सकता है. हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि पार्टी संगठन में उनकी क्‍या भूमिका होगी.

अमित शाह ने तमिलनाडु चीफ के तौर पर अन्‍नमलाई की ओर से किए गए काम की तारीफ भी की है. इससे पहले 4 अप्रैल 2025 को अन्‍नामलाई ने साफ किया था कि वह तमिलनाडु बीजेपी अध्‍यक्ष पद की रेस में नहीं हैं. उन्‍होंने उसी वक्‍त बता दिया था कि बीजेपी का अगला प्रदेश अध्‍यख आमराय से चुनाव जाएगा और हुआ भी वैसा ही. शुक्रवार को नयनार नागेंद्रन के पार्टी अध्‍यक्ष बनने के साथ ही बीजेपी ने साल 2026 में तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए AIADMK के साथ गठजोड़ का ऐलान कर दिया गया. सीटों का बंटवारा बाद में तय किया जाएगा. बता दें कि लोकसभा चुनाव में अन्‍नमलाई के नेतृत्‍व में बीजेपी के वोट शेयर में वृद्धि दर्ज की गई. हालांकि, अन्‍नामलाई खुद भी कोयंबटूर से संसदीय चुनाव हार गए थे.

संगठन में भूमिका
अन्‍नामलाई को पार्टी संगठन में अहम ज‍िम्‍मेदारी दी जा सकती है. अम‍ित शाह ने उनकी संगठनात्‍मक क्षमता का राष्‍ट्रीय स्‍तर पर फायदा उठाने की बात कही है. दिलचस्‍प बात यह है कि बीजेपी के मौजूदा राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा भी एक्‍सटेंशन पर चल रहे हैं. हालांकि, राजनीतिक विश्‍लेषकों की मानें तो बीजेपी का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनना अन्‍नामलाई के लिए आसान नहीं होगा, क्‍योंकि इसके लिए व्‍यापक और कई सालों के अनुभव की दरकार होती है. अब यह देखना दिलचस्‍प है कि पार्टी अन्‍नामलाई को कहां एडजस्‍ट करती है.

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तमिलनाडु में भी मिल सकती है नई जिम्‍मेदारी
अन्‍नामलाई को लेकर दूसरा पक्ष भी है. उन्‍हें तमिलनाडु में ही अन्‍य जिम्‍मेदारी दी जा सकती है. बता दें कि तमिलनाडु में बीजेपी का प्रदर्शन अभी भी उम्‍मीद के अनुसार नहीं है. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 39 में से 23 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारे थे, पर एक भी सीट नसीब नहीं हुई. लेकिन, वोट शेयरिंग के लिए लिहाज से यह संसदीय चुनाव बीजेपी का उत्‍साह बढ़ाने वाला रहा. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 7.5 फीसद रहा था, जो पांच साल में बढ़कर 11 प्रतिशत हो गया. इस दौरान तमिलनाडु में बीजेपी की कमान अन्‍नामलाई के हाथों में थी. ऐसे हो सकता है कि उन्‍हें गृह राज्‍य में ही अन्‍य जिम्‍मेदारी दे दी जाए.

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