Udaipur News: उदयपुर के मावली कस्बे में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की ओर से मदरसे के लिए आवंटित की गई जमीन को लेकर आज सर्व …अधिक पढ़ें
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उदयपुर. उदयपुर के मावली में मदरसे के लिए आवंटित की गई जमीन को लेकर जमकर बवाल मच गया है. आज सर्व हिंदू समाज के बैनर तले मदरसे के लिए आवंटित की गई जमीन को निरस्त करने की आवाज बुलंद की गई. इस मांग को लेकर मावली कस्बे को बंद रखने का आह्वान किया गया. बंद पूरी तरह सफल रहा. पूरे दिन हजारों की तादाद में सर्व हिंदू समाज के लोगों का रैला मावली की सड़कों पर नजर आया. हालात को देखते हुए पूरे कस्बे के पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर मावली में मदरसे के लिए जमीन आवंटित की गई थी. इस जमीन की आवंटन के बाद से ही मावली में इसका विरोध चल रहा था. लगातार बढ़ते विरोध के चलते जिला प्रशासन ने एसडीएम के मार्फत इसकी जांच करवाई. जांच में सामने आया कि मदरसे के लिए जो जमीन आवंटित की गई है वह जल भराव क्षेत्र में आती है और अब्दुल रहमान प्रकरण से प्रभावित भी नजर आती है. एसडीएम की ओर से अपनी जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी गई. एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलेक्टर ने जमीन को निरस्त करने की अग्रिम कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को पत्र भी लिख दिया है.
मावली पहुंचे हजारों लोग, स्कूल रहे बंद
मदरसे की जमीन को निरस्त करवाने के लिए आज चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी, विधानसभा प्रत्याशी रहे कृष्ण गोपाल, बीजेपी देहात जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह, मावली नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजेश चपलोटत सहित विश्व हिंदू परिषद तथा हिंदू समाज से जुड़े अन्य संगठनों के लोग मौजूद रहे. इस दौरान हजारों की तादाद में आसपास के गांव से भी लोग विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे. प्रदर्शन को देखते हुए न सिर्फ कस्बा बंद रखा गया बल्कि कई निजी स्कूलों और सरकारी स्कूलों में आज के दिन अवकाश भी रखा गया.
जनसभा कर प्रशासन को दिया ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने पहले तो एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मदरसे की जमीन को निरस्त करने की अपनी मांग से अवगत कराया. जिला कलेक्टर की ओर से राज्य सरकार को लिखे गए पत्र के बाद यह माना जा रहा है कि राज्य सरकार अब जल्द ही इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकती है.