गुड मार्निंग का जवाब सुनते ही आईबी अफसर का माथा थनक गया. शक के आधार पर जब इस शख्स की तलाशी ली गई तो एक के बाद एक चौंका …अधिक पढ़ें
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Airport News: यह बात इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट की है. एक पैसेंजर को अफसर की गुड मार्निंग का जवाब देना काफी भारी पड़ गया. इस पैसेंजर का जवाब सुनकर अफसर का माथा इस कदर ठनका, कि उसने पहले इस यात्री से लंबी पूछताछ की और फिर उसे अरेस्ट कर आईजीआई एयरपोर्ट के सुपुर्द कर दिया. वहीं इस अफसर की शिकायत पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इस पैसेंजर को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
दरअसल, यह पूरा मामला टर्मिनल थ्री का है. शाम करीब छह बजे एक अपने पैसेंजर डॉक्यूमेंट्स की स्क्रुटनी के लिए ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के काउंटर पर पहुंचा था. यह पैसेंजर कुवैत से शारजाह होते हुए एयर अरेबिया की फ्लाइट G9-465 से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था. इस पैसेंजर का पासपोर्ट लेते हुए इमिग्रेशन अफसर ने गुड मार्निंग बोलकर उसका अभिवादन किया. इमिग्रेशन अफसर ने पासपोर्ट खोलकर पढ़ा शुरू ही किया था, तभी इस पैसेंजर ने गुड मार्निंग का जवाब दिया.
जब जवाब पर हुआ शक तो ले गई तलाशी
पैसेंजर का जवाब सुनकर इमिग्रेशन अफसर का माथा ठनक गया. उन्होंने एक बार फिर पासपोर्ट को ध्यान से पढ़ा और कुछ सवाल इस पैसेंजर से किए. पैसेंजर का जवाब सुन इमिग्रेशन अफसर को भरोसा हो गया में कुछ न कुछ जरूर गड़बड़ है. लिहाजा, उसे हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू की गई. इस पैसेंजर के पास मौजूद सामान की तलाशी में एक ऐसा डॉक्यूमेंट मिला, जिसने उसकी पूरी पोल खोल कर रख दी. दरअसल, यह डॉक्यूमेंट बांग्लादेश से जारी हुआ पासपोर्ट था.
बांग्लादेशी पासपोर्ट सामने आने के बाद यह साफ हो चुका था कि सामने खड़ा शख्स बांग्लादेशी नागरिक है और वह भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा है. पूछताछ के दौरान, इस पैसेंजर की पहचान बांग्लादेश मूल के जमाल हुसैन के रूप में हुई. वह मूल रूप से ढाका के केरानीगंज का रहने वाला है. उसने गैरकानूनी तरीके से पासपोर्ट हासिल कर विदेश यात्रा की थी. वहीं, जमाल हुसैन के पास से बरामद भारतीय पासपोर्ट की जांच में एक नई कहानी सामने आकर खड़ी हो गई.
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शुरू हुई बांग्लादेशी के मददगार की तलाश
एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बांग्लादेशी नागरिक के पास से मिले भारतीय पासपोर्ट पर अब्दुल बातेन नाम दर्ज था. जबकि, ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के रिकॉर्ड में यह पासपोर्ट पश्चिम बंगाल के नादिया में रहने वाले बशीर शेख के नाम पर दर्ज था. जांच में यह भी पता चला कि आरोपी जमाल हुसैन ने पहले फर्जी दस्तावेजों की मदद से अब्दुल बातेन के नाम से भारतीय पासपोर्ट हासिल किया और फिर जमाल हुसैन के पासपोर्ट के बायोडाटा पेज को अपने पासपोर्ट के बायोडाटा पेज से बदल दिया.
उन्होंने बताया कि इस खुलासे के बाद ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने इस बांग्लादेशी नागरिक को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पासपोर्ट एक्ट, विदेशी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2), 336(3), 340(2) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. बांग्लादेश मूल के इस आरोपी के खुलासे के आधार पर फर्जी भारतीय दस्तावेज और पासपोर्ट उपलब्ध कराने वाले शख्स की तलाश में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है.