Largest Wildlife Corridor : भारत सरकार ने एक ऐसी सड़क बना दी है, जिसे आज तक चीन, जापान और सिंगापुर भी नहीं बना सके. दिल …अधिक पढ़ें
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हाइलाइट्स
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे इस साल दिसंबर तक खुल सकता है.इस एक्सप्रेसवे पर 12 किलोमीटर लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बना है.यह कॉरिडोर एशिया का सबसे लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर माना जा रहा.
नई दिल्ली. भारत में अभी एक्सप्रेसवे और हाईवे को लेकर सबसे ज्यादा काम हो रहा है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की अगुवाई में सड़क निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. इस कड़ी में दिल्ली को जोड़ते हुए एक ऐसी सड़क बनाई जा रही, जिसका फिलहाल एशिया में कोई दूसरा उदाहरण नहीं है. ऐसी सड़क का निर्माण न तो अभी तक चीन या जापान में हुआ है और न ही सिंगापुर जैसे अति विकसित देश में. वैसे तो इसकी लंबाई सिर्फ 12 किलोमीटर बताई जाती है, लेकिन खासियत के आगे एशिया की तमाम सड़कें सूनी पड़ जाती हैं.
हम बात कर रहे हैं दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) पर बने एशिया के सबसे बड़े एलिवेटेड वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर की. हाथियों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध राजाजी नेशनल पार्क और शिवालिक रिजर्व फॉरेस्ट एरिया में बने 12 किलोमीटर लंबे इस वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर को कई मायनों में खास माना जा रहा है. एलिवेटेड रोड के नीचे जानवरों की आवाजाही के लिए कई जगह अंडरपास बनाए गए हैं.
जानवरों के गुजरने के लिए खास रास्ता
यह कॉरिडोर जानवरों और इंसानों के बीच टकराव को कम करने के उद्देश्य से बनाया गया है. दिन में जानवरों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए 8 अंडरपास बने हैं. इसमें हाथियों के लिए खासतौर से 200 मीटर लंबे 2 कॉरिडोर बनाए गए हैं, जो आशरोडी से दात काली टेंपल तक जाता है. इस कॉरिडोर के जरिये हाथियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जा सकेगी.
340 मीटर की सुरंग भी बनाई
यह वाइल्ड लाइफ रूट गणेशपुर से देहरादून तक बनाया गया है. इस रूट पर देहरादून के पास दात काली टेंपल से जुड़ी हुई 340 मीटर लंबी टनल बनाई गई है. इससे इंसानों और जानवरों के बीच टकराव कम होगा और बिना किसी बाधा के वाहनों की आवाजाही भी सुनिश्चित हो सकेगी. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से देहरादून की दूरी को महज 2.5 घंटे में पूरी कर देगा.
किस देश में कराया जाता है सबसे ज्यादा देर तक कामआगे देखें…
जानवरों तक नहीं जाएगी कार की आवाज
इस कॉरिडोर की सबसे खास बात ये है कि भले ही आपकी कार और भारी वाहन जंगल के बीच से गुजर रहे हों, लेकिन इनकी आवाज जानवरों तक नहीं जाएगी. इसके लिए 4 मीटर के नॉयस बैरियर लगाए गए हैं. पॉलीकॉर्बोनेट से बनी यह दीवार ट्रैफिक के शोर को काफी हद तक सोख लेगी और जानवरों को इससे कोई परेशानी नहीं होगी.