देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आयुर्वेद और योग से इलाज को पहचान मिली है. भारत सरकार लगातार आयुष चिकित्सा पद्धतिय …अधिक पढ़ें
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केंद्रीय आयुष मंत्री राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं राज्य मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय प्रतापराव जाधव ने देश में योग और आयुर्वेद चिकित्सा को लेकर बड़ी घोषणा की है. शुक्रवार को पहली बार अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली पहुंचे जाधव ने सबसे पहले अस्पताल परिसार का दौरा और निरीक्षण किया और यहां मरीजों को दिए जा रहे निशुल्क उपचार और सुविधाओं का जायजा लिया.
इस दौरान उन्होंने कहा,’ उनकी सरकार हर घर आयुर्वेद पहुंचाने के प्रधानमंत्री के भागीरथी प्रयास को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. विदेशी आक्रांताओं और औपनिवेशिक काल के दौरान आयुर्वेद और हमारी परंपरागत चिकित्सा व्यवस्था का बहुत अधिक नुकसान हुआ है लेकिन साल 2014 के बाद मोदी सरकार के नेतृत्व में परिस्थितियां बदली हैं. आज योग और आयुर्वेद को लेकर वैश्विक नजरिए में बदलाव आया है और इसकी जन स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है. उन्होंने परंपरागत चिकित्सा प्रणाली की बढ़ोत्तरी के लिए अगले पांच वर्षों में दस नये आयुष संस्थान खोले जाने की भी घोषणा की.’
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‘उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक नागरिक को ऐलोपैथिक सिस्टम की तर्ज पर परंपरागत आयुर्वेद और सहित अन्य चिकित्सा प्रणालियों का लाभ मिल सकेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रपति ने इस संस्थान का दौरा करने की इच्छा जाहिर की है इसलिए मंत्री होने के नाते वे संस्थान की तैयारियों का भी जायजा लेने आए हैं.’
वहीं इस अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. तनुजा नेसरी ने मंत्री जाधव का आभार जताया और बताया, ‘अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना साल 2017 में माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा हुई थी तब से लेकर अब तक 26 लाख से अधिक रोगियों का सफलतापूर्वक उपचार किया जा चुका है. पिछले सात सालों में इस संस्थान ने आयुर्वेद के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वैश्विक स्तर पड़े शिक्षा और अनुसंधान का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है.’