7 राज्‍यों पर टिकी है भारत की इकनॉमी, पर छोटे से प्रदेश में रहते हैं सबसे अमीर लोग, किस स्‍टेट में हैं सबसे गरीब?

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Richest State in India : देश के 28 राज्‍यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में महज 7 या 8 राज्‍य ही ऐसे हैं, जो देश के विका …अधिक पढ़ें

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हाइलाइट्स

देश की जीडीपी में सबसे ज्‍यादा योगदान महाराष्‍ट्र का है.7 राज्‍यों का कुल योगदान मिलकर 50 फीसदी से ज्‍यादा है.प्रति व्‍यक्ति आय के मामले में गोवा पूरे देश में शीर्ष पर है.

नई दिल्‍ली. दुनिया का सबसे ज्‍यादा जनसंख्‍या वाला देश भारत, जहां कुल मिलाकर 37 राज्‍य और केंद्र शासित प्रदेश है. हमारा देश दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था भी बन चुका है, लेकिन बात अगर जीडीपी में योगदान की करें तो देश के महज 7 राज्‍यों का योगदान ही 50 फीसदी से ऊपर चला जाता है. लेकिन, अगर राज्‍यवार प्रति व्‍यक्ति आय की बात करें तो इनमें से किसी भी स्‍टेट का नाम नहीं आता. इतना ही नहीं आज हम अपको सबसे कम योगदान करने वाले राज्‍य और सबसे कम कमाई करने वाले राज्‍यों के बारे में भी बताएंगे. प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के सदस्‍य संजीव सान्‍याल और आकांक्षा अरोड़ा ने पिछले 60 साल में भारतीय इकनॉमी के बदलते परिदृश्‍य को लेकर ‘रिलेटिव इकनॉमिक परफॉर्मेंस ऑफ इंडियन स्‍टेट’ नाम से रिपोर्ट जारी की है.

इससे पहले हम आपको बता दें कि विश्‍व बैंक और यूनाइटेड स्‍टेट सेंसेस के मुताबिक, साल 2022 में भारत की जनसंख्‍या 141.72 करोड़ पहुंच चुकी है, जबकि चीन की जनसंख्‍या 141.22 करोड़ है. चीन दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है तो भारत 5वीं. लेकिन, भारत के विकास में योगदान की बात करें तो 6 राज्‍य मिलकर आधे से ज्‍यादा योगदान देते हैं. इसमें भी 4 राज्‍य सिर्फ दक्षिणी क्षेत्र के हैं. हम इस र‍िपोर्ट को पॉलिसी, राज्‍यों के विकास और आधारभूत ढांचे में बदलाव को लेकर पेश कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्‍यों का परफॉर्मेंस लगातार खराब होता जा रहा है.

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जीडीपी में किसका योगदान ज्‍यादा
अर्थव्‍यवस्‍था में सबसे ज्‍यादा योगदान की बात करें तो दक्षिणी राज्‍य कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और तमिलनाडु का संयुक्‍त योगदान 30 फीसदी है. इन पांचों राज्‍यों की प्रति व्‍यक्ति आय भी राष्‍ट्रीय औसत के मुकाबले काफी ज्‍यादा है. जीडीपी में ज्‍यादा योगदान देने वाले अन्‍य राज्‍यों में यूपी 8.4 फीसदी, गुजरात 8.6 फीसदी और महाराष्‍ट्र 13.9 फीसदी आते हैं. इस तरह देखा जाए तो सिर्फ 7 राज्‍य ही देश की जीडीपी में 50 फीसदी से ज्‍यादा योगदान देते हैं.

कहां होती है सबसे ज्‍यादा कमाई
जीडीपी में राज्‍यों के योगदान से इतर अगर स्‍टेट में प्रति व्‍यक्ति आय को देखें तो इस मामले में गोवा सबसे आगे है. गोवा में प्रति व्‍यक्ति आय राष्‍ट्रीय औसत से भी 3 गुना ज्‍यादा पहुंच गई है. अन्‍य राज्‍यों की बात करें तो तेलंगाना में प्रति व्‍यक्ति आय नेशनल एवरेज का 193.6 फीसदी तो कर्नाटक में 181 फीसदी और तमिलनाडु में 171 फीसदी है. गुजरात में रहने वालों की प्रति व्‍यक्ति आय राष्‍ट्रीय औसत का 160.7 फीसदी तो महाराष्‍ट्र का 150 फीसदी है. दिल्‍ली का प्रति व्‍यक्ति आय भी राष्‍ट्रीय औसत से 150 फीसदी हो गई है.

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इन राज्‍यों में सबसे ज्‍यादा ‘गरीब’
जैसा कि आपको पता है यूपी-बिहार आज भी कमाई और प्रति व्‍यक्ति आय के मामले में काफी पीछे हैं. बिहार में प्रति व्‍यक्ति आय नेशनल एवरेज का महज 33 फीसदी है तो यूपी की 50.8 फीसदी. पश्चिम बंगाल भी इस मामले में फिसड्डी साबित हो रहा. इस राज्‍य का देश की जीडीपी में योगदान 5.6 फीसदी है तो यहां प्रति व्‍यक्ति आमदनी नेशनल एवरेज की 83.7 फीसदी ही है. इन तीनों राज्‍यों से ज्‍यादा प्रति व्‍यक्ति आय ओडिशा में है, जो 10 सालों में 54 फीसदी से बढ़कर 88.5 फीसदी पहुंच गया है. ग्रोथ देखी जाए तो सिक्किम ने सबसे ज्‍यादा चौंकाया है. यहां पिछले एक दशक पहले प्रति व्‍यक्ति आय राष्‍ट्रीय औसत से भी नीचे थी, जो आज 320 फीसदी उछाल के साथ रिकॉर्ड हाई पर है.

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