Dehradun News: देहरादून के घंटाघर में चोरी की शिकायत मिलने पर पुलिस प्रशासन रेस हो गई थी. आखिर हो भी क्यों ना? घंटाघर स …अधिक पढ़ें
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देहरादून: देहरादून में बीते कुछ दिनों से घंटाघर में घड़ियां बंद पड़ी थी. इस तरफ किसी का ध्यान ही नहीं जा रहा था. ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों ने घंटाघर से अज्ञात चोरों द्वारा कुछ तार और पैनल को चोरी करने की शिकायत कोतवाली शहर पुलिस में कर दी. इसके बाद पुलिस रेस हो गई. इस चोरी से पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाने लगे. सवाल उठना भी जायज था क्यूंकि 24 घंटे कई सीसीटीवी कैमरे ऑन रहने के अलावा घंटाघर पर चहल पहल रहती है. इसके बाद चोरी की खबर से सब हैरान थे.
सबसे शॉकिंग बात तो ये थी कि घंटाघर में पुलिस की पीकेट भी है जहां पुलिस 24 घंटे उपलब्ध रहती है. साथ ही घंटाघर से 100 कदम की दूरी पर पुलिस की चौकी तैनात है. इसके बावजूद चोरी की घटना होना, ये कहीं न कहीं पुलिस के लिए चिंता का विषय बना था. इस मामले पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी और चौकी प्रभारी को भी लाइन हाजिर कर दिया. हालांकि, जब जांच की गई तो मामला यहां कुछ और ही निकला.
सामने आई ऐसी बात
पुलिस की जांच में कई तथ्य सामने आए. चोरी की खबर के बाद जब घंटाघर की जांच हुई तो पता चला कि अन्दर से किसी भी सामान की चोरी नहीं हुई थी. घटना की सूचना के बाद नगर निगम के अधिकारियों, क्षेत्राधिकार नगर देहरादून, निरीक्षक कोतवाली नगर द्वारा मौके पर जाकर संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया तो मौके पर घंटाघर में लगे सभी उपकरण सही मिले. पुलिस को घटनास्थल में किसी प्रकार के कोई जबरन प्रवेश के साक्ष्य नहीं मिले. हालांकि, पुलिस जांच में मौके पर घड़ी से जुड़े हुए तारों का कटा होना पाया गया. वहां रखे कीमती उपकरण सुरक्षित पाये गए. सिर्फ घंटाघर की घड़ियां और स्पीकर काम नहीं कर रहे थे. इसकी वजह कनेक्टिविटी ना होना सामने आया.
चौकी इंचार्ज आया वापस
नियंत्रण कक्ष में कटी हुई तारे मौके पर ही मिली और किसी भी प्रकार की चोरी सामने नहीं आई. वहीं मौके पर पहुची फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटना स्थल की फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी की गई. पूरी घटना में तारों से छेड़छाड़ करने के अलावा किसी भी प्रकार की चोरी की घटना सामने नहीं आई. वहीं मामले को लेकर एसएसपी देहरादून अजय सिंह का कहना है कि निगम के ही किसी कर्मचारी ने घंटाघर के अन्दर जा कर घड़ियों की तारें काटी हैं क्यूंकि घंटाघर के अन्दर केवल निगम कर्मचारी ही जाते हैं. उन्हीं के पास चाभी होती है जिससे वो अंदर जा पाते हैं. वहीं मामले का खुलासा होने के बाद एसएसपी देहरादून ने लाइन हाजिर किये गए चौकी प्रभारी धारा हर्ष अरोड़ा को भी वापस चौकी में भेज दिया.