Flour-Rice Rates: हिमाचल में 70 लाख आबादी को झटका, तेल के बाद अब आटा-चावल के दाम भी बढ़े, ये हैं नई कीमतें

Uncategorized

Flour-Rice Rates: हिमाचल प्रदेश में सरकारी राशन डिपो में मिलने वाले आटा चावल के दामों में करीब 15 से 30 फीसदी के बीच बढ …अधिक पढ़ें

संबंधित खबरें

मंडी. हिमाचल प्रदेश की 70 लाख आबादी से जुड़ी खबर है. प्रदेश के 19 लाख  राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ा झटका लगा है. प्रदेश सरकार की उचित मूल्यों की दुकान यानी राशन के डिपो पर रियायती दरों पर मिलने वाले राशन के दामों में बढ़ोतरी हो गई है. आटा-चावल के दामों में इसी महीने से बढ़ोतरी की गई है, जबकि तेल के दाम पिछले महीने से ही बढ़ा दिए गए थे. सरकार ने एपीएल के साथ-साथ बीपीएल कोटे के राशनकार्ड धारकों की दरों में भी बढ़ोतरी की है.

एपीएल कैटागिरी के लोगों को इससे पहले, 9 रुपये 30 पैसे प्रति किलो की दर से आटा मिलता था. लेकिन इसमें  अब 2  रुपये 70 पैसे की बढ़ोतरी की गई है और यह अब 12 रुपये प्रति किलो मिलेगा. उधर, चावल पहले 10 रुपये किलो मिलता था, लेकिन इसके दाम में अब 3 रुपये का इजाफा हुआ है और अब नए रेट 13 रुपये किलो हो गए हैं.

बीपीएल श्रेणी को मिलने वाले एक्स्ट्रा राशन की दरों में भी इजाफा किया गया है. हालांकि, निर्धारित कोटे की दरों में कोई बदवाल नहीं होगा. लेकिन एकस्ट्रा राशन लेने की जो लिमिट तय की गई है, उसकी दरों में इजाफा किया गया है. बीपीएल श्रेणी को पहले 7 रुपये प्रति किलो आटा से मिलता था. इसे 2 रुपये 30 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 9 रुपये 30 पैसे कर दिया गया है. इसी तरह, चावल पहले 6 रुपये 85 पैसे प्रति किलो था, जो अब 3 रुपये 15 पैसों की बढ़ोतरी के साथ 10 रुपये प्रति किलो हो गया है. इसके अलावा, सरसों तेल को 113 रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर अब 123 रुपये प्रति लीटर किया गया है. बीते माह तेल की कीमत में इजाफा हुआ था. तेल के दाम एपीएल और बीपीएल के लिए एक जैसे ही हैं.

क्या कहता है विभाग

खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले जिला मंडी के नियंत्रक विजय सिंह हमलाल ने बताया कि तेल की नई दरें पिछले महीने से, जबकि आटा और चावल की नई दरें इस महीने से लागू कर दी गई हैं. उधऱ, मंडी शहर के उपभोक्ताओं ने बढ़ाए गए दामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से निम्न वर्ग के लोगों को रियायत जारी रखने की अपील की है. उपभोक्ता कुसुम, हरिप्रिया और तारा शर्मा ने कहा कि सरकार राशन की गुणवत्ता पर ध्यान दे और निम्न वर्ग के लिए रियायतों को जारी रखे, ताकि सरकारी राशन से ऐसे परिवारों का गुजर-बसर सही ढंग से हो सके.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *