Monsoon Retreating: लगातार बारिश से दिल्ली एनसीआर का मौसम सुहाना हो गया था. यहां तक की हल्की-हल्की सिहरन भी महसूस होने …अधिक पढ़ें
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Monsoon Retreating: मानसून की वापसी पर लोगों की ही नहीं मौसम विज्ञानियों की भी नजर टिकी हुई है. इसके वापसी की वजह से दिल्ली में रविवार और सोमवार को बारिश नहीं होने का मतलब है. मानसून की वापसी में देरी के कारण लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि गुरुवार को जहां सितंबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया था तो रविवार सितंबर का सबसे गर्म दिन रहा. वहीं, राजधानी की हवा की गुणवत्ता भी गुणवत्ता खराब दर्ज की गई. रविवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस (°C) तक पहुंच गया था.
आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि यह शुष्क मौसम मंगलवार तक जारी रहने की उम्मीद है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारियों ने कहा कि शहर में 25 सितंबर के बाद छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है. आईएमडी के अनुसार रविवार का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक है. यह 4 सितंबर के बाद से इस महीने का सबसे अधिक तापमान था, जब यह 36.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था.
राजस्थान और कच्छ के पास से शुरू होगा वापसी
सोमवार को मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि आज यानी कि 23 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान और कच्छ के कुछ हिस्सों के पास दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी के लिए अनुकूल परिस्थितियों बन रही है. मौसम विभाग ने कहा कि अगर सोमवार से राजस्थान से मानसून की वापसी हो भी रही तो दिल्ली और पूर्वी राज्यों तक पहुंचने में समय लग सकता है. वहीं, आईएमडी ने बताया कि बुधवार के बाद यानी गुरुवार-शुक्रवार को राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है.
पिछले साल 30 को मानसून की हुई थी विदाई
आपको बता दें कि पिछले साल 2022 में दिल्ली-एनसीआर से मानसून की वापसी 30 सितंबर को हुई थी. 17 सितंबर के आसपास शुरू होने वाली वापसी में पहले ही देरी हो चुकी है और दिल्ली के लिए इसमें और देरी होनी चाहिए. अब देखना है कि मानसून की वापसी कब तक होगी. वहीं, स्काईमेट वेदर के डिप्टी डायरेक्टर महेश पलावत ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो डीप डिप्रेशन में बदल सकता है. यह मध्य भारत की ओर भी बढ़ सकता है. इससे पूर्वी हवाएं चलेंगी और इसके वजह से राजस्थान और कच्छ के बाद वापसी में देरी हो रही है.