आपणी आवाज–––
मंगलवार को विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कोटा में भीम निवास के बाहर कार्यकर्ताओ के साथ भ्रष्टाचार के विरोध में मुंडन करवाकर इंद्रा गांधी सर्किल तक पैदल मार्च निकाल कर भ्रष्टाचार का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए कहा की अन्याय के खिलाफ आवाज उठना मेरा धर्म है।गांधीवादी विचारधारा पर चलने वाले हमारे मुख्यमंत्री आज भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मोन बैठे है। उनके आदर्श जमीर मर चुका है और जब कोई मर जाता है तो उसका अपना सगा संबंधी मुंडन करवा कर सम्मान देता है इस लिए ही मैंने मुंडन करवा है। आज भ्रष्टाचार का पर्याय बन कर बैठे खनन मंत्री भाया और गृहमंत्री के हर नाजायज काम को संरक्षण दिया जा रहा है। कोटा प्राधिकरण बिल को पास करना ये एक बड़ा कदम है जो काम एक विपक्षी पार्टी जो की अभी बीजेपी है को करना चाहिए वो अपना काम करने मैं असमर्थ हो चुकी है क्युकी उसके बड़े नेता एक साथ बैठ कर बंदर बाट कर रहे है और क्षेत्र की जनता के हित को अनदेखा कर रहे अपने स्वार्थ के चलते वो काम आज मुझे करना पड़ रहा है और मुझे विपक्ष का किरदार निभाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष पूजा सिंह कमोलर पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष कुशलपाल सिंह, सभी मंडल अध्यक्ष इकाई अध्यक्ष जनप्रतिनिधि और सेकडो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
लिफाफे में भेंट करेंगे बाल–
विधायक ने कहा कि खान की झोपड़ियां गांव को कोटा जिले में शामिल नहीं किया। ऐसे में गांधीवादी अशोक गहलोत को यह शोभा नहीं देता। विधायक ने ये भी कहा कि सीएम गहलोत का ईमान मर चुका है। उन्होंने एक भ्रष्ट मंत्री का साथ देकर ये बता दिया कि उनकी सरकार में सुनने वाला कोई नहीं है। विधायक ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोटा आते है तो एक लिफाफा दिया जाएगा जिसमें विधायक के बाल होगें। लेकिन अगर सीएम उस लिफाफे को नहीं लेते है तो लिफाफे को सीएम के नाम रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से भेजा जाएगा ताकि उनको याद रहे की उनकी सरकार के एक विधायक ने भ्रष्टाचार का विरोध किया था